यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारी डिजिटल करेंसी मिलने से नाखुश हैं.
RBI ने कई सीबीडीसी उपयोग मामलों का परीक्षण करने के लिए स्टार्टअप के लिए एक सैंडबॉक्स भी खोला है.
वित्त विधेयक, 2022 के पारित होने के साथ आरबीआई अधिनियम, 1934 की संबंधित धारा में इसके लिए जरूरी संशोधन किए गए थे
भारतीय स्टेट बैंक ने की सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी में UPI इंटरऑपरेबिलिटी को लागू करने की घोषणा.
RBI ने CBDC के लिए साल के आखिर तक हर दिन 10 लाख ट्रांजेक्शन हासिल करने का लक्ष्य रखा है.
Cryptocurrency पर प्रतिबंध लगेगा और बिल की मदद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को अपनी आधिकारिक डिजिटल करेंसी जारी करने के लिए सुविधाजनक फ्रेमवर्क मिलेगा.
CBDC एक प्रकर की डिजिटल करेंसी है जिसे किसी देश का सेंट्रल बैंक जारी करता है. इसे छुआ नहीं जा सकता है. इसे ब्लॉकचेन के जरिए मेंटेन किया जाता है.
virtual currency: स्टडीज बताती हैं कि सरकारों की वर्चुअल करेंसीज को लोगों ने तवज्जो नहीं दी, जबकि निजी cryptocurrency का जबरदस्त क्रेज है.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी खुद की डिजिटल करेंसी लाने की दिशा में काम कर रहा है. RBI के डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर ने खुद यह बात कही है.